“सादगी” इस सादगी का बन गया हूंँ मैं दीवाना ऐसे। चांँद की तारीफ़ अब मैं करूंँ कैसे। नाज़ होता है हमें अपनी क़िस्मत पर। सादगी देख उनकी दिल हार बैठा उन पर। क्या लिखूंँ आपकी तारीफ़–ए–सूरत दिलदार। अल्फाज़ कम पड़ गए आपकी सादगी देख कर। इस चेहरे आँखों में जो सादगी है। इसी में अब अपनी ज़िन्दगी बितानी है। नज़रें चुरा कर वे हमें जब देखते हैं। कसम से उनकी मासूमियत पर हम मर मिटते हैं। उनको ख़बर ही नहीं अपनी हुस्न की वजूद की मुझसे पूछे वो इंतज़ार करती लगती वो कितनी हसीन हैं। ये सादगी उनकी श्वेत फिज़ा में और भी ख़ूबसूरत लगती है। देखूंँ जब भी उनको दिल की धड़कनें शोर करती हैं। — % &— % & #rztask466 #rzलेखकसमूह #restzone #सादगी #yqdidi #unique_upama #collabwithrestzone #yqrz