तेज़ाब डाल कर तुम अपना गुस्सा निकल सकते हो,मुझे पा नहीं सकते। चहरा बिगाड़ कर तुम बस मर्दानगी देखा सकते हैं,कभी प्यार नहीं कर सकते। तुम तो बस मेरा चहरा बदल सकते हो, दिल नहीं। मेरा दिल आज भी वैसा ही हैं , हाँ बस पहले से इत्तु सा बड़ा हो गया हैं। ये तेज़ाब मेरे सपनों को नहीं जला पाया ,वो आज भी जिन्दा हैं।और सच हो गए हैं ,अब उन्हें जी रही हूँ। इत्तु सा पैग़ाम लक्ष्मी के नाम, तेज़ाब के ख़िलाफ़ एक जंग के नाम। #nojoto #stopsaleacid #tejab #kalakaksh #quotes #heart तेज़ाब डाल कर तुम अपना गुस्सा निकल सकते हो,मुझे पा नहीं सकते। चहरा बिगाड़ कर तुम बस मर्दानगी देखा सकते हैं,कभी प्यार नहीं कर सकते। तुम तो बस मेरा चहरा बदल सकते हो, दिल नहीं। मेरा दिल आज भी वैसा ही हैं , हाँ बस पहले से इत्तु सा बड़ा हो गया हैं।