मरती मानवता के बीच नैतिकता बचाने की जद्दोजहद है, कहते हैं, भावना आहत हो रही है, कविता बचाने की जद्दोजहद है। धन्य तेरी भावना और धन्य तू हताहत, कविताई भी कबीरी की पाये न तुमसे राहत। ©BANDHETIYA OFFICIAL #कविताई गई ! #bestfrnds