आने दो उस दर्द को बे-झिझक जाने दो उस मौसम को बे-झिझक कौन है यहाँ अपना पहेचानलो कौन है यहाँ अपना आज़मालो क्या पता, कहि देर ना हो जाए टुट कर कहि ढेर ना हो जाए... ©Yudi Shah आने दो उस दर्द को बे-झिझक जाने दो उस मौसम को बे-झिझक कौन है यहाँ अपना पहेचानलो कौन है यहाँ अपना आज़मालो क्या पता, कहि देर ना हो जाए टुट कर कहि ढेर ना हो जाए... words by © Yudi Shah #Time