"मालूम" ही नहीं चला, कब "तुम" मेरे "दिल" के इतना पास "आ" गई, उन गोल गोल "आँखो" के , ऊपर से निकलती "सलवटे" मेरे "दिल" को "भा" गई, ज्यादा क्या बोले अब, तेरे इन "होठों" से निकलती "मुस्कुराहट", मेरे "तन" के रोम-रोम में "छा" गई।। -@✒mandholia दिल को भा गई #poet #nojotohindi #vida #untoldstories #untoldquotes #love #poerty #shyari #nojo #hrpoetry