मैं और कितना सब्र करू तेरे पास न आने से ए दिलनशीं जब भी ख़्यालों में तुम होती हो मैं तेरे बहूत पास होता हूँ #दिलनशीं #haq #dil #sabr #writer #poetry #shayri #gazal #ishq #poetry #poem #books #khawab #deep #feelings