#कठपुतली मां बाबा के आंगन की थी तितली, पराये घर मे बन गयी कठपुतली। डिग्रियां, सहेलियां सब रह गये मायके मे, यहां काबिलियत ढूंढते हैं सब जायके मे। कठपुतलियां कहाँ अपनी पसंद बताती है, जैसे मालिक चाहे वैसा खुद को सजाती हैं। कितनी अच्छी होती हैं न हम लडकियां, सबकी रजा मे पा लेतीं हैं अपनी खुशियां। हमें शिकवे ,शिकायत हो भी तो छुपा लेते हैं, लोग हमारा प्यार हो या गुस्सा तमाशा बना देते हैं। इतना सब भी क्यों करना है,जब कोई मोल नहीं, मैं कठपुतली भली मेरे पास जुबां और बोल नहीं। ....सना.....(दिल्ली) #Life #kathputli #sana #merikalamse #nojotohindi #Ladkiyan #nojoto2020 #newpoetess #nojotoshayari मañjü pãwãr Roshani Thakur