vbg इमारते छीन तो नही रही है ना ? बगीचो पेडो तितलीयो से घर.. पहाडो की सासे नदीयो का जल, हाथोसे छूटता तो नही जा रहा है ना ? हरि भरी जिंदगी का आने वाला कल.. सब कुछ बंजर ही बंजर बनता तो नही जा रहा है ना ? हम इनसानो का दिल , हम इनसानो का घर.. ©Vinod Ganeshpure #flowers #vbgpoemsworld #Poet #poem #Hindi #Nature