#मज़हब ज़ियारत हो जाती गर आपके तिलावत-ए-हुस्न की तो इस क़ायनात में मुक़म्मल कोई मेरा भी मज़हब होता #मज़हब #ख़्वाब #ज़ियारत #हुस्न #love #hindiwriters #writers #poetry #feelings #nojoto #nojotohindi #hindishayri