ये कितने छोटे लम्बे पल ये आज की बातें बिता कल ये एक शहर है सपनों का ये इक गली वो इक खिड़की जो सपनों सी खुल जाती है पागल सा यहां हर लड़का और चंचल सी हर इक लड़की..! ©akshat tripathi #mypoetry #zindgiii #kavitachallenge #poetrylovers #sachai#love