भर दो झोली माँ शेरावाली, आए हैं दर पर हम तो खाली। ऊॅंचे भवन में रहती है अंबे, सब पे नज़र रखती है अंबे, तू ही भवानी तू ही माॅं काली, भर दो झोली माँ शेरावाली, सबके दुःखों को हरती है अंबे, जीवन में खुशियाँ भरती है अंबे छायी है घर घर में खुशहाली, भर दो झोली माँ शेरावाली। -@vandana namdev ©Vandana Namdev #भरदोझोलीशेरावाली #navratri #vandananamdev #Nojoto #nojotonavratri #nojotohindi