तुम कृष्ण तो मैं अर्जुन हूं तुम तान, तुम्हारी सुर हूँ तुम सागर तुम्हारी धारा हूँ चिरंतर काल तक बनी रहे ये दोस्ती जैसे हनुमंत के हृदय में राम और सीता की छवी। ऊँ हं हनुमंते नमः, जय सियाराम 💕💕💕 ©Radhe Radhe हमारी दोस्ती