आज सड़क ने एक और राहगीर खो दिया, ज़िन्दगी ने सिसक कर दम तोड़ दिया, कई चेहरों की मुस्कुराहट उनपर ग़म छोड़ गया, कदमों ने दो सड़क पर अब चलना छोड़ दिया, यूं ही काली नहीं सड़क यूं हर रोज़ जल रही है, यूं दिनबदिन जनाज़ों पर अपनों के हाँथ मल रही है, किलकारियां मुस्कुराहटें वो पहला दांत- वो पहला माँ सारी यादें सड़क के ज़हन में चल रही हैं, अभी कल ही की तो बात है, वो आया था अब नीचे भीड़ चल रही है, कहानी एक लिख कर सड़क पर राहगीर निकल गया, बेवफ़ा हो अपनों से एक पग आगे चल दिया...✍️ #पथिक #राही #जीवनपथ #अंत #सड़क #मृत्युशैया #अपने #RIP Bhavana Pandey सार (एक एहसास)