क्या मेरी रगों में,क्या तेरी रगों में, दौड़ता बस लहू है। रंग तो इंसान हैं बदलते इस जहाँ में, रगों में लहू तो हूबहू है। ©Diwan G #माहर_हिंदीशायर #लहू #हूबहू #WorldBloodDonorDay