जब उसकी धुन में रहा करते थे, हम भी चुप चुप जिया करते थे लोग आते थे गजल सुंनाने, हम उसकी बात किया करते थे घर की दीवार सजाने के खातिर, हम उसका नाम लिखा करते थे, कल उसको देख कर याद आया हमे, हम भी कभी मोहब्बत किया करते थे, लोग मुझे देख कर उसका नाम लिया करते थे. tujhe bhula na payenge#shayri#dil ki awaz#utkarsh mishra