तीरगी को छोड़ दे अब रौशनी की बात कर मुश्किलों का सामना कर ज़िन्दगी की बात कर टूट कर जो मर उस हौंसले को भूल जा ज़िन्दगी में आ रही जो उस ख़ुशी की बात कर जल रहा हो दिल किसी का जब किसी के इश्क़ में उसके आगे फिर कभी मत चाँदनी की बात कर जो ज़माने को दिखाए मुफ़लिसी का आईना इस वतन में तू न ऐसे आदमी की बात कर तीरगी को छोड़ दे अब रोशनी की बात मुश्किलों का सामना कर जिंदगी की बात कर - पीयूष शर्मा