अब मंजिल की तलब है और अपनो की भी राहे कहां तक जाएगी साथ ये राहगीर भी नहीं बता सकता यारी और याराना सब याद आएगा जब पथिक को मंजिल मिल जाएगा। जय श्री कृष्णा ©Radhe Radhe मित्र