तुमने कर तो दिया पिंजरे से आजाद परिंदे को, पर कैसे उसके मन से पिंजरे को आजाद कर पाओगे ! जो कैद था कल तक चार दीवारों में, उसे कैसे उड़ना सिखाओगे ! जिसे पता ही नहीं अपने पँख की कीमत, कैसे उसके हौसलों में उड़ान भर पाओगे ! दिए होंगे तुमने उसे कई ऐशो आराम उस पिंजरे में, पर बता अब मेहनत करना कैसे सिखाओगे ! जिसकी सोच भी उस पिंजरे में कैद थी, अब उसकी सोच को कैसे उड़ा पाओगे ! बदल दिया होगा तुमने उसके अंदाज़ को, पर यकीन मानो उसकी फितरत को नहीं बदल पाओगे ! ig / @kajals.quotes #nojotonews #nojoto #nojotohindi #pinzra