मुफ़ाइलुन मुफ़ाइलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन ख़ुलूस-ए-राह पे चल कर भला क्या मिलेगा. हमें इस दौर में हाथों मे कासा मिलेगा. पता है मूर्ख है सब ही यकीं हो गया था. तुम्हारे लब से बस हर साल वादा मिलेगा. मुझे वो बात जो तुम ने किये थे गज़ब थे. कि बस इतने महीने में हि इतना मिलेगा. बुरा लगता जिन्हें वो भक्त अब क्या करे की. उन्हे भी तो पता है आगे धोखा मिलेगा. अर्थ :- ख़ुलूस-ए-राह - सच्चाई का रास्ता कासा - भीख मांगने वाला कटोरा