जगमगा रही है , फूलों नहीं समा रही है । मानो इन्तज़ार मे , सब्र नहीं कर पा रही है। जिस विशालै यार का , सदियों से इन्तज़ार था, लगता है वो घड़ी , अब नजदीक आ रही है । #yosimwrimo में रात के विभिन्न रूपों के बारे में लिखें। #येरातजैसे #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi