कब से तारीफें तेरी मुल्तवी है मुद्दतों से जो कि नहीं है तस्वीर जो थी सपनों में वैसी ही तू बनी है खोई खुशियां मिली तुझसे देखो क्या रोशनी तुमने की है। पैरवी तेरी अदाओं की और करता हूँ सजदा तेरा तारीफ में तेरी क्या कहूँ नूर वाला जलसा तेरा तराशी जो मुरत ख्वाबों में हूबहू वैसी ही तू बनी है देखता हूँ आंखों में तेरी और तेरा चेहरा तेरा रंग भी वही संदली है तारीफे तेरी मुल्तवी है जो मुद्दतों से कि नहीं है। #ravikirti_shayari #ravikirtikikalamse #ravikirti_poetry #palash_ki_talash #tarife_apki #lovepoetry #yqdidi #tujhekyapata