इन फिजाओं की हवा को छोड़िये। चलिये इक ताज़ा हवा का रुख करें। आग लगने से बचाएं शहर को। जख़्म जो सब को लगे हैं पुर करें॥ #अखलाक साहिर #Akhlaque Sahir