तू ही हक़ीक़त, खाब तू दरिया तू ही, प्यास तू तू ही दिल की बेकरारी तू सुकूं, तू सुकूं जाऊं मैं अब-जब जिस जग़ह पाऊं मैं तुझको उस जग़ह साथ होके ना हो तू है रुबरू, रुबरू तू हमसफ़र तू हमकदम तू हमनवा मेरा तू हमसफ़र तू हमकदम तू हमनवा मेरा