अधूरी रात पूरी खामोश और मैं.......सोचते है कुछ लिखे मगर क्या , कोई बात जो तुम्हे बेहद पसंद हो ,कोई शेर तुम्हारे ज़िक्र का .......... तुम्हारी ज़ुल्फों कि गैहरों में उलझी कोई नज़्म या कोई गीत तुम्हारे ख्याल का ....! वो सवाल लिखूं की जिसका हाथ कि लकीरों में ना हो कोई जवाब या फिर लिखूँ मेरी-तुम्हारी कोई ऐसी बात जो इतनी पुरानी हो कि... फिर लगे नई औऱ बेहद ख़ास.....! अधूरी रात पूरी खामोश औऱ मैं .....सोचता है कि कुछ लिखे मगर क्या.. दिल संभल जा ज़रा फिर मोहब्बत करने चला है तू… #तेरीतारीफ़में #तेरी_जुल्फें #यादों_का_झरोखा With #RaहL वr मा 😑😍😘 #collabchallenge