चले आते है मेरे भोले जब जब पुकारा कभी राम कभी कृष्ण कभी गणपती कभी शक्ति बनकर प्रेम ऐसा की बच्चों को कभी रुकने झुकने नहीं देते हर वक्त साथ खड़े हैं वो रहते है प्रेम को अनूठा शिव से कौन जाने चाहे लाख़ खड़ा हो जग रूठा एक शिव के प्रेम में ये जग झूठा जलती है लौ एक अंदर शिव की जो इसे समझें वो है प्रेम में #neerajwrites गणपती