हिंदी ही पहचान बने अब , हो इस भाँति प्रचारित हिंदी दिव्य प्रकाश से पोषित होकर ,हो उर मध्य समाहित हिंदी हिंदी का गुणगान करें और देश में हो विस्तारित हिंदी अविराम बढ़े उन्नति पथ पे, विश्व में हो सम्मानित हिंदी।। तुलसी की चौपाई है और मीरा के प्रेम का सार है हिंदी भाव जगाती मन मंदिर में ज्ञान का कोष अपार है हिंदी