फासले बढ़े तो गलतफहमियां..... और भी बढ़ गयी।। फिर उसने वह भी सुना..... जो मैंने कहा ही नही।। सोचा था खामोश रहेंगे तो...... बात संभल जायेगी !! कहाँ जानते थे खामोशियाँ ...... धीरे धीरे दूरियों में बदल जायेगी।। ©N.k kashyap साथ का छूटना