वक्त वक्त की बात है यारों कल जो हमारे हाथों मे था आज वो कोशों दूर है जिन्हें हमने अपना समझा था वो भी कौनसे हमारे पास हैँ सजा तो हमें उस इज्जत की मिली है यारों जो ऊंचाइयों पे पहुंचने के बाद भी लोगों की थी हमने ! वक्त वक्त की बात