क्या बन गये है हम, क्या बनने की ख्वाहिश थी, अफसोस नहीं है किसी बात का, मगर कैसे भूले जो कभी जिंदगी से फरमाइश थी। कुछ चाहते कुछ सपनोंको खा गए। #आधे_अधूरे_ख़्वाब #yqbaba #yqdidi #हिंदी #quotesforlife Drop a ❤️ if you feel my words.