कोई खामोश है इतना बहाने भूल आया हु, किसी की इक तरन्नुम में तराने भूल आया हु। मेरी राह मत तकना ऐ आस्माँ वालो मैं इक चिड़िया की आंखों में उड़ाने भूल आया हु।। #उसकी_खामोशी #poem