अन्छुआ,अनजाना सा राज़ है तू ज्न्दगी का... रूह मे बसता है मेरे, खुशबू सा महकता है हर कहीं... खुशी बन के अक्स पे झलकता है मेरे, तू है तो खुश है जिन्दगी ,तेरे संग कोई गम नही... तू खव्वाब सा में हकीकत सी, तू रशक सा मे अशक सी फक्त़ नही दिखता अक्स कोई... कौन है तू ?... क्यों है ??.. कब तक है???... न जानू में... तू खव्वाब है मेरा धुंधला सा , तू खुशी है मेरी अन्जानी सी , मेरी रूह है तेरी दीवानी सी ... जिन्दा है तू मुझमे जिन्दगी सा , लगता है तू मुझको बन्दगी सा। #yqhindi #yqhindiurdu #dil #pyaar #aqas #zindagi #bandagi अन्छुआ,अनजाना सा राज़ है तू ज्न्दगी का... रूह मे बसता है मेरे, खुशबू सा महकता है हर कहीं...