ए शाम, तेरा इंतजार! तेरी इन बाहों में, वक़्त गुजारती हूँ, तेरी छाँव में, ये दिन महसूस करती हूँ, तेरे आसमान के रंगों से, इन जीवों में सुख की छवि देखती हूँ, ए शाम, तेरा इंतज़ार करती हूँ! सूर्य के किरण वृक्षों से प्रसारित हो कर इस धरती को स्पर्श करते देखती हूँ, प्रकृति की निर्मलता का अनुभव करती हूँ ईश्वर के अथाह प्रेम को अपने में लेती हूँ, ए शाम, तेरा इंतज़ार करती हूँ! ~ खुशबू #hindi #nojotohindi #naturelove #naturepoems