विपरीत दिशा अकेले ही चली थी , अकेले ही चलना है मेरा सफर है मुझे ही तय करना है । अभी तो बस शुरुआत है , सफर बहुत लम्बा है । रास्ते में बहुत सारी दुविधाएं भी आएंगी , कभी गिरुगी कभी उठूंगी पर यह सफर कभी भी खत्म नहीं करूंगी । नाम मिले या ना मिले पहचान बने या ना बने , पर अपने इस शौक को जारी रखूंगी । तकदीर का पता नहीं क्या लिखा है क्या नहीं , पर अपने हौसले बुलंद है । खुद से अपना नाम करने की पूरी तैयारी है , मेरा सफर है मेरी ही कहानी है कुछ इस तरीके से आप लोगों को बतानी है । ©Short And Sweet Blog #WForWriters #my__saayari #mystorymylife #MySuccessStory #mybooklovebook