अब हो नहीं सकता तिरा यूँ इंतजार रात-दिन, तुझ को नहीं आना तो मुझको इत्तिला दो तुम اا अंदाज़ बुरा है 'अबीर' के अमदन देर करते हो , ख़ैर विरह की रात है कुछ खिल-खिला दो तुम اا इत्तिला - ख़बर; जानकारी, अमदन- जान बूझ के, विरह - जुदाई अब हो नहीं सकता #honahinsakta #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan #yqquotes #yqtales #yqaestheticthoughts #yqlove