कौन पियेगा ,कौन पिलाएगा उजर चुकी देखो मधुशाला साकी ढूढ़ रही चौराहे पर हांथो में लिए मधु का प्याला पीने वाला हर गली में ढूंढ रहा 'बार की बाला' खो कर अपने चरित्र को इठला रहा वो पीने वाला आनंद मिलेगा उसको तब जब पाएगा अपनो से प्याला ढूंढेगा अपने निगाहों से साथी पीने वाला 'मतवाला' यदि कोई मिले नही साथ मे कोई पीनेवाला मैं कहता हूं घूम आओ तुम बच्चन की वह मधुशाला अहा! बच्चन की वह मधुशाला मधु से भरा जिसका हर प्याला साकी के हांथो से हर प्याले में जीवन का हर सुख देने वाला अहा! बच्चन की वह मधुशाला #कहानीमरनहींसकती #चरित्रहीन #yqbaba #yqdidi #sorry #bachhanji #कुछ_भी