आज सहर से मांग ले सारे ख़्वाबों की ताबीर खुली हथेली पर थापेगी कब तक तू तक़दीर रेखाऐं अब धुल जाने ने दे,ज्योतिष सारा घुल जाने दे बदल दे कुब्बत से अपनी दुनिया की तस्वीर आज सहर से मांग ले सारे ख़्वाबों की ताबीर काट गिरह संकोच की, तोड़ दे हर जंजीर हिम्मत की तू ढ़ाल बना, जुर्रत की शमशीर तुझ को कोइ टोक ना पाए,कदम वो तेरे रोक ना पाए तपिश सोख किरदार में अपने आगे बढ़ रणबीर आज सहर से मांग ले सारे ख़्वाबों की ताबीर पैरों से आकाश तोल,साँसों से नाप समीर तेरा है बस एक खुदा, वो है तेरा ज़मीर लहरों सी बस बढ़ती जा,आसमान पर चढ़ती जा अना आईना तोड़ दे अपने बन जा राग फ़कीर आज सहर से मांग ले सारे ख़्वाबों की ताबीर वो किरणों से लिखी इबारत 20. ख़्वाबों की ताबीर #kavishala #hindinama #tassavuf #skand #wo_kirano_se_likhi_ibarat #wokirnoselikhiibarat #वो_किरणों_से_लिखी_इबारत #kiranTh #ख़्वाबों_की_ताबीर