कविता चंद्रमुखी उपमा चंदा कहे हम राम से चंदा कहे हम श्याम से मेरी मां कहे चन्दा मामा दुर के नानी कहे पुआ पकाए पुर के नौका हमारी कागज़ की बहती हुई जाती हैं रात्रि में बहते हुए पानी में चंदा की चांदनी मुस्काती है चंदा कहे हम राम से चंदा कहे हम श्याम से ©Writer_KAVISONU #chaand कविता चंद्रमुखी उपमा चंदा कहे हम राम से चंदा कहे हम श्याम से मेरी मां कहे चन्दा मामा दुर के नानी कहे पुआ पकाए पुर के