अपनों का अपनापन देख आज मुझे गैरों की याद आयी, जो मिलते थे मुस्कराकर, आज उनकी मुस्कराहट में भी कुछ मिलावट की बू आयी, मुझे देखकर आती थी जिनकी आंखों में चमक, आज उनमें कुछ नफरत सी नजर आयी।। devbrat#97#