Nojoto: Largest Storytelling Platform

हाँ गुलाम हूँ मैं मेरे लक्ष्य का , हर सुबह 4 बजे आ

हाँ गुलाम हूँ मैं मेरे लक्ष्य का ,
हर सुबह 4 बजे आंख खुल जाती हैं ।

अब तो अलार्म के साथ भी मजाक कर देते हैं, 
कमबख़्त 2 मिनट पहले ही उठ कर बैठ जाते हैं।

और फौज की तैयारी आसान थोड़ी हैं, जनाब
चाहे ठिठुरती सर्दी हो या गर्मी ,
दौडना है तो दौडना हैं ।।
✍vstarofficial7773 #motivation #quotes #Talk #Loveaajkal #poetry #quote #nojoto #morning
हाँ गुलाम हूँ मैं मेरे लक्ष्य का ,
हर सुबह 4 बजे आंख खुल जाती हैं ।

अब तो अलार्म के साथ भी मजाक कर देते हैं, 
कमबख़्त 2 मिनट पहले ही उठ कर बैठ जाते हैं।

और फौज की तैयारी आसान थोड़ी हैं, जनाब
चाहे ठिठुरती सर्दी हो या गर्मी ,
दौडना है तो दौडना हैं ।।
✍vstarofficial7773 #motivation #quotes #Talk #Loveaajkal #poetry #quote #nojoto #morning