White क्या लिखूँ, कितना लिखूँ, वो पढ़ता ही नहीं है। उसके सिवा दूजा खुमार अब चढ़ता ही नहीं है। रज़ा ना सही , तकरार ही हो जाए इतना सख्त है वो कम्बखत, लड़ता ही नहीं है। ©Rohit Bhargava (Monty) #good_night_images sad shayari romantic shayari