भारत में एक ऐसी "नीच और धूर्त" प्रजाति है जो एक 60-65 साल के वृद्ध से अपेक्षा रखती है कि इस वृद्ध ने कितने अंग्रेंजों के डंडे खाये और बड़ी बेशर्मी से पूंछती है आजादी क्या चरखे से आई?? कहने का अर्थ है यह 60-65 साल का वृद्ध अगर डंडे खाता तो इनकी समझ में आता कि कुछ त्याग किया है। उसका 21 साल का साउथ अफ्रीका में संघर्ष और 9 साल की जेल इनके लिए कोई मायने नहीं रखती अब आप क्या करें।आप इनके चेहरे देखें।।मात्र 1 महीने के लॉक डाउन में ये बंदरों की तरह खीसें निपोर गए हैं... #Mahatma gandhi :The Father of Nation