लिख लेता हूं कभी कभी जब खुद से बात करने की चाहत होती है हर इंसान में दोस्त ढुंढ ढुंढ कर थक चुका है दिल मेरा इसलिए अब बस खुद से बात करने की इजाज़त होती है भरोसा करना और ठोकर खाना आदत सी बन गयी इसलिए अब मेरे दिल को मेरी लापरवाही से शिकायत होती है चाहता तो बहूत हूं विश्वास करुं तुमपर पर विश्वास अब ना करूं किसी पर मेरे दिल की हमेशा ये हिदायत होती है मेरे दिल की हिदायत #Poems #Heartwrenched #Mindboggled