नई शुरूवात करते है अब एक नई शुरूवात, चलो भुलाते है पुराने हालात l गम को मुसाफ़िर सा समझके माफ़ करते हैं, चलो नये साल के साथ इंसाफ करते हैं l खोया है अपनो को बोहोत करीब से, उनके बिना होगए है कुछ गरीब से l उमीद तो अब कम सी हो गयी हैं, खुशियाँ भी अब कुछ गुम सी हो गयी हैं l ये ज़िंदगी है रुकेगी नहीं, जो इस से दोस्ती करे समझदार वही l चलो फिर नए इरादो से दोस्ती का हाथ बढाए, पिछले दिनों की बातो को अब पीछे ही छोड़ जाए l -खुशी ©KHUSHI KHANDELWAL may this year bring happiness♥ #2021