बड़ा ही मनमोहक लगता है वो पल जब होते हैं आसमा में घिरे हुये बदल बड़ी ही तेजी से हवा रही थी चल मानो थम सा गया था वो पल हम गये थे अपने दोस्तों के ख्वाबों में ढल चारो तरफ मच रही थी हलचल हमें हुई नही कोई भी खबर होश आया जब हमको तब गया था सब कुछ बदल ऐसे सुहाने मौसम में वो करती रही हमसे मिलने लिये का वादा कभी कहती थीं आज तो कभी कल इंतजार ही इंतजार में ये सुनहरा लम्हा गया निकल आया जब फिर से ऐसा सुहाना पल देख उसको अचानक सामने हमारा दिल गया उस पर फिसल कह उठे हम गल्ती से की मैडम जी अब नही कहोगी आज या फिर कल कहने आयी थी वो मुझसे अपने दिल कि बात मगर हमारी कड़वी बातों से उनका मूड गया बदल उन्होंने तब गुस्से में हमसे मुह फेरा और फिर अपने घर कि तरफ गयी निकल फिर हमने खुद से पूछा कि तूने ये क्या कर दिया पागल आज वो तुमसे दूर जा रही है जिन्हें तुम कहती थी sweet heart सुनो तो एक पल शगुन मौर्या ©shagun maurya friends lover sharavi