मैं मैं हूं ।। ना मैं नायक हुं ना मैं खलनायक। दोनो की सीमा के बीच में मैं कहीं।। ना हमेशा गलत ना मैं हमेशा सही ।। ना मैं स्याह ना मैं हिम सा सफेद । ना ही मैं कोई पारदर्शी आइना । हैं मेरे भी कई भेद ।। ना मैं नीच ना मैं उत्तम । ना मैं जीर्ण ना मैं अक्षय हूं । मैं मैं हूं।। ©Ranjesh Singh #Main main hun