हां इश्क है.. बागों के खिलते फूलों से, तितलियों के पंखों से, आसमानी अम्बर से, छपछप पानी की बूंदों से, प्रकृति के हर रंग से, कृष्णा के पंख से, ईश्वर के उस ऊं से, मूक प्यारे जीवों से, मित्रों की टोली से, बच्चों की बोली से, मां के हर अंग से, पिया के संग से। हां मुझे इश्क है.... फिर इश्क को दैहिक क्यों जोड़ना?? #इश्क़_मेरा #संतरगीप्रेम #योरकोटऔरमैं #योरकोटकविता #योरकोटजिंदगी #तूलिका