चलते है किस सफ़र में? जाने कौन सी मंजिलें हमें बुलाती है? अपनी हर बेफ़िक्री की ख़ामोशी क्यों शोर ये मचाती है? दफ़न पड़ा था जाने कितने अरसे से रूह होकर तन्हा। तेरी इश्क़ में देख खुदाई ख़ुद ख़ुदा को यहां बुलाती है। नाम का क्या करूं? इक दिन वो भी साथ छोड़ जाती है। रहेंगे मीठे से बोल तेरे, तुझको कोई नया नाम जो दे जाती है। छोड़ देते है तुझे वो भी जिनसे सीखा तूने ये हुनर। चल देखते है उनके दुआओं से किस्मत तुझे कहां लेे जाती है? ज़िंदादिल #alonesoul