इस दिल की चहात को, तू कितना आजमायेगा,,, जितना दूर जायेगा, तू उतना याद आयेगा... हर बार औठो पे, मुस्कुराहट तू बेशख पाओगे,,, पर देखणा आँखो मे कभी, तेरा इंतेजार साफ नजर आयेगा... शायद खुदा से दिल, तुम्हे मांग नहीं पायेगा,,,, पर दुआओ मे ख़ुशी, 'तेरी वो मांग आयेगा... तोड कर तस्वीर तू उसकी, भले हीं भूल जायेगा,,, वो तुझं मे जिता है, कैसे तुम्हे वो भूल पायेगा... मोहब्बत एक जंग...