वो रोता हैं दुहाई देता हैं मेरे इश्क की... वो अब मेरे लौट आने की गुहार लगाता हैं।। सुना हैं सजदे मे भी मांगता है वो अब मुझी को... सुना ये भी हैं की अक्सर वो रातें रो रो कर बिताता हैं।। मगर वो शायद ये भूल गया हैं की... जो गुजर गया वो बीता हुआ कल था... और गुजरा हुआ कल वापस से लौट कर कभी नहीं आता हैं।। ©gumnaam_writer011 #गुजरा_कल