मैरे वारे में ज्यदा मत सोचा करो , मैं किसी के समझ में। नहीं आता हूं जो जी में आता है वह करने लग जाता हूं, थोड़ा पागल हू इसलिए 3 साल झॆला हूं , नहीं तो मैं भी कही और होता यह सब केह कर मन को तसल्ली देता हू ,अब ब्दलना चालता हूं लेकिन वक्त का सूई नहीं है मेरे साथ मैं , Thora और मेहनती कर लेने दो